स्वर्ण कांस्य
एक ताम्र मिश्रातु जिसमें 3--5% ऐलुमिनियम होता है। यह मजबूत और सुंदर रंग का होता है। इसका उपयोग सजावटी वस्तुओं और वास्तुशिल्पीय घटकों को बनाने में होता है।
Goldschmidt process
गोल्डश्मिट प्रक्रम
देखिए-- Metallothermic process के अंतर्गत Aluminothermic process
Grade of coal
कोयला कोटि
कोयले की शुद्धता को व्यक्त करने वाला शब्द। इससे राख और नमी के रूप में विद्यमान अपद्रव्यताओं का पता लगता है। उच्च कोटि के कोयले में राख और नमी की मात्रा कम होती है।
Grain
रेणु
धातुओं और मिश्रातुओं में विद्यमान अस्वरूपी क्रिस्टल
(allotriomorphic crystal) के लिए प्रयुक्त शब्द
Grain boundary fracture
रेणु परिसीमा विभंग
देखिए-- Fracture के अंतर्गत Intragranular fracture,
Grain growth
रेणु वृद्धि
धातुओं और मिश्रातुओं के रेणुओं के आमाप में वृद्धि। यह निम्नलिखित प्रकियाओं से संबंधित है--
1. उच्चताप पर गरम करते समय बहुक्रिस्टलीय धातु के कणों के आमाप में वृद्धि से।
2. द्रव-धातु के पिंडन से जबकि निर्मित रेणुओं का औसत आमाप शीतलन-दर और उपस्थित नाभिकों की संख्या के व्युत्क्रमानुपात में बढ़ता है।
3. पुनर्क्रिस्टलन में अनीलन के फलस्वरूप रेणुओं के स्थूलन से जब कि ताप और तापन-समय के साथ रेणुओं का आमाप बढ़ता जाता है।
Grain refining
रेणु परिष्करण
किसी धातु अथवा मिश्रातु के रेणु-आमाप को पर्याप्त कम करने का प्रक्रम। इसे उचित ऊष्मा-उपचार या मिश्रात्वन तत्वों की अल्प मात्राओं को मिला कर संपन्न किया जाता है। उदाहरणार्थ इस्पात का रेणु परिष्करण धातु को एक समय तक उचित ताप पर (अंतरण परास से लगभग 50°C ऊपर) गरम करने के बाद सामान्य ताप पर अपेक्षाकृत शीघ्रता से ठंडा करके किया जाता है। रेणु परिष्करण द्वारा धातु के आंतरिक प्रतिबल में कमी किंतु यांत्रिक गुणधर्मों में सुधार हो जाता है।
Grain size
रेणु आमाप
बहुक्रिस्टलीय धातुओं में यह शब्द औसत रेणु-व्यास (अथवा आयतन) की माप के लिए प्रयुक्त होता है। इसे इकाई क्षेत्रफल में या इकाई आयतन में विद्यमान रेणुओं की संख्या द्वारा अथवा क्षेत्र-माप से प्राप्त रेणु-आमाप संख्या द्वारा व्यक्त किया जाता है। बाद वाली विधि प्रायः इस्पातों के लिए प्रयुक्त होती है जबकि अलौह धातुओं के लिए इसे औसत रेणु-व्यास में व्यक्त करते हैं।
Grain size number
रेणु आमापांक
बहुक्रिस्टलीय धातुओं में कणों का औसत आमाप जिसे सूचीकरण संख्या में व्यक्त किया जाता है। इस्पात के संदर्भ में इसे ए0एस0टी0एम0 संख्या से व्यक्त करते हैं।
Granulation
रेणुकायन
किसी द्रव के स्थूल कणों को बनाना। इसमें द्रव को तुंडों से होकर बलपूर्वक प्रवाहित किया जाता है जबकि साथ साथ उच्च वेग से आ रहा कोई तरल, सामान्यतया पानी या गैस, उस द्रव से टकराता है।