विश्व संघवादी 1. विश्व संघवाद का समर्थक अथवा अनुगामी। 2. द्वितीय महायुद्ध के पश्चात् संचालित एक आंदोलन का सदस्य जो विश्व के विभिन्न राष्ट्रों के संघ का गठन किए जाने के सिद्धांत का समर्थन करता था परंतु अब यह आंदोलन लगभग समाप्त हो गया है। वैसे भी इसका कोई विशेष महत्व या प्रभाव कभी नहीं रहा।
World federation
विश्व संघ राज्यों का विश्वव्यापी आधार पर बनाया गया संगठन या संघ जिसमें राष्ट्रीय राज्यों की स्थिति संघांतर्गत इकाइयों की होगी। इस प्रकार के विश्व संघ की संकल्पना समय-समय पर अनेक विद्वानों और दार्शनिकों ने की है। (स्वभावतः इनके द्वारा प्रस्तुत रूपरेखाओं में काफी अंतर पाया जाता है)।
World imperium
विश्व सर्वोच्च सरकार, विश्व (की) परम सत्ता 1. (अ) समस्त विश्व में विस्तृत, व्याप्त सर्वोत्कृष्ट अथवा पूर्ण-स्वामित्व संपन्न संप्रभुता। (आ) वह समस्त विश्व व्यापक क्षेत्र जिसमें इस प्रकार की शक्तियों का प्रयोग किया जाता है। 2. (अ) विश्व के सभी प्रदेशों में अलग-अलग आदेश देने अथवा उन पर नियंत्रण स्थापित करने का अधिकार। (आ) रोम की विधि के अंतर्गत, विश्व के सभी क्षेत्रों अथवा प्रदेशों से विभिन्न प्रकार के मामलों की सुनवाई करने तथा उन पर अपना निर्णय करने का अधिकार।
World order
विश्व व्यवस्था ऐसी व्यवस्था जो विश्वव्यापी कही जा सके, अर्थात् जो राष्ट्रीय राज्यों की अलग-अलग व्यवस्थाओं से सर्वोपरि हो और जिसका किसी भी राष्ट्रीय व्यवस्था द्वारा उल्लंघन अवैध एवं अनुचित माना जाए और जो राज्यों की सहमति पर आश्रित न होकर उससे स्वतंत्र हो, उदाहरणार्थ, विश्व विधिक व्यवस्था (world legal order)।
World organization
विश्व संगठन ऐसी विश्वव्यापी संस्था या संघ जिसकी सदस्यता सभी राज्यों के लिए खुली हो, जैसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), विश्व श्रम संगठन (ILO) आदि।
World power
विश्व शक्ति ऐसा राज्य या राष्ट्र जिसमें अपनी नीतियों, संसाधनों, सैन्य शक्ति अथवा कार्यक्रमों से विश्व के अन्य राज्यों अथवा समस्त विश्व को प्रभावित करने की क्षमता हो।
World revolution
विश्व क्रांति वह क्रांति या विप्लव जिसका लक्ष्य विश्व के सभी देशों में बल-प्रयोग द्वारा सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक व्यवस्था में आधारभूत परिवर्तन लाना हो। विश्व-क्रांति की परिकल्पना मार्क्सवादी विचारधारा में की गई है। इसके अनुसार विश्व के सभी राज्यों के समस्त श्रमिक - वर्ग को संगठित होकर हिंसात्मक साधनों द्वारा पूँजीवादी राज्य व्यवस्था को उखाड़ फेक देना चाहिए। परंतु धीरे-धीरे मार्क्सवादियों ने विश्व क्रांति के लक्ष्य का त्याग कर शांतिपूर्ण सह- अस्तित्व के आदर्श को स्वीकार कर लिया।
World socialism
विश्व समाजवाद विश्व के राज्यों व क्षेत्रों में व्याप्त समाजवादी व्यवस्था। विश्व-समाजवाद की कल्पना कार्ल मार्क्स की विविध रचनाओं में विशेषकर `कम्युनिस्ट मैनीफेस्टों` (1848 में प्रकाशित) तथा `दास कैपिटल` (1870 में प्रकाशित) में दृष्टव्य है। मार्क्स के अनुसार श्रमिक-वर्ग तथा पूँजीपति-वर्ग के अनिवार्य पारस्परिक संघर्ष के परिणामस्वरूप अंततः श्रमिक-वर्ग की विजय होगी और समाजवाद विश्व के किसी एक क्षेत्र-विशेष तक सीमित न रहकर समूचे विश्व में व्याप्त हो जाएगा।
World spirit
विश्वात्मा ऐसी विश्व चेतना की संकल्पना जो मनुष्य में उच्च, शाशवत एवं विश्वव्यापी मूल्यों, आकांक्षाओं एवं आदर्शों को जन्म देती है। हीगल के अनुसार यह विश्वात्मा राष्ट्रीय राज्य के रूप में अवतरित होती है।
World state
विश्व राज्य ऐसा राज्य जो विश्वव्यापी हो और विश्व के वर्तमान संप्रभुता-संपन्न राज्य अपनी-अपनी संप्रुभता का परित्याग करके इस विश्व राज्य का प्रांत अथवा संभाग होना स्वीकार कर लें। इसके अनुसार संप्रभुता का एकमात्र निवास केवल विश्व राज्य में रह जाएगा और शेष राज्यों के अधिकार, कार्य, शक्तियाँ आदि केंद्रभूत विश्व राज्य द्वारा निर्धारित होंगी। इस प्रकार के राज्य की संकल्पना अनेक विचारकों, दार्शनिकों आदि ने की है यद्यपि उनके द्वारा प्रस्तुत परिकल्पनाओं में काफी भेद पाया जाता है।