प्रवाह बिंदु: वह ताप जिस पर ऐस्फाल्ट या अन्य अक्रिस्टलीय हाइड्रोकार्बन के समांगी मिश्रण प्रवाहित होना प्रारम्भ करते हैं।
Flue gas
फ्लू गैस: ईंधन के दहन से प्राप्त गैस जिसकी तापन क्षमता पर्याप्त कम हो जाती है और इस कारण उसको स्टैक द्वारा निकाल दिया जाता है।
Fluid bed operation
तरल संस्तर प्रचालन: इस प्रचालन में सूक्ष्म चूर्ण, तरल में निलंबित हो जाता है। इस प्रकार निलंबित चूर्ण, द्रव की भांति गुणधर्म प्राप्त कर लेता है।
Fluid catalyst
तरलित उत्प्रेरक: वह उत्प्रेरक जो तरल संस्तर उत्प्रेरकी प्रक्रम में निलंबित रहता है।
Fluid catalytic cracking
तरलित उत्प्रेरकी भंजन: एक तरलित उत्प्रेरकी भंजन प्रक्रम जिसमें उच्चतर हाइड्रोकार्बनों का निम्नतर हाइड्रोकार्बनों में भंजन किया जाता है।
Fluid coking
तरलित कोकन: एक तापीय प्रक्रम जिसमें भारी तथा निम्न कोटि के तेलों के हल्के उत्पादों में बदला जाता है।
Fluid hydroforming
तरलित हाइड्रोफामिंग: कम ऑक्टेन संख्या वाले स्टॉक को उन्नत करने के लिए एक तरलित प्रक्रम।
Fluidised
तरलित: वह अवस्था जिसमें सूक्ष्म चूर्णित ठोस पदार्थ, गैस या वाष्प के प्रभाव में सधन या विरल प्रावस्था में निलंबित होकर द्रव की भांति उच्च सांद्रण से निम्न सांद्रण की ओर बहने लगता है।
Fluid lubrication
तरल स्नेहन: दो पृष्ठों के मध्य घर्षण-गुणांक को कम करने के लिए उनके मध्य तरल-फिल्म का निर्माण करना। जब तरल की फिल्म इतनी मोटी हो कि दोनों पृष्ठ पूर्णतः पृथक हो जाएं तो पूर्ण तरल स्नेहन प्राप्त होता है।
Flushing oil
प्रधावन तेल: स्नेहन स्थलों, क्रैंक केस की सतहों और स्वचालित इंजन के गतिशील भागों से धूल, विघटित उत्पादों तथा जले हुए तेल को पृथक करने के लिए प्रयुक्त तेल।