श्लेषिता: चिपचिपापन, निम्न पराभव मान और उच्च गतिशीलता वाले ठोस का एक गुण जिसके कारण सम्पर्क होने पर वह दूसरे ठोस से चिपक जाता है। किसी तेल या ग्रीज में चिपकने का गुणधर्म उत्पन्न करने के लिए किसी श्लेषी कर्मक का प्रयोग किया जाता है।
Tacky additive
श्लेषी योज्य: देखिए--oiliness additive
Tail ends: (tail fractions)
पुच्छ प्रभाज: तेल का वह भाग जो आसवन के अन्तिम चरण में वाष्पित होता है।
Tar fraction
पुच्छ प्रभाज: देखिए--tail ends
Tar
तार (कोलतार): पेट्रोलियम प्रक्रमों से व्युत्पन्न भारी द्रव अवशेष जो कोयला और लकड़ी जैसे ठोस पदार्थों के आसवन से काले श्यान द्रव के रूप में प्राप्त होता है।
Tar still
तारकोल आसोत्र: एक बड़ा तेल आसोत्र जिसमें अन्य आसोत्र से प्राप्त अवशेष या अपरिष्कृत पेट्रोलियम के सबसे भारी प्रभाजों को आसवित किया जाता है। यह आसवन आसोत्र के तेल में शेष रहने वाले भाग के तीव्र ज्वलन द्वारा किया जाता है।
Tearing down
अवखंडन: एक रिग को कूप वेधन के पश्चात् खोलना व दूसरे कूप के वेधन के लिए तैयार करना।
Temperature density
ताप घनत्व: ईंधन का दहन गुणधर्म, या संपीडन-ताप और संपीडन घनत्व की दशा में एक इंजन द्वारा उत्पन्न दहन-वातावरण ज्ञात करने के लिए दो प्राचल प्रयोग किये जाते हैं। यह तकनीक समय-ताप-घनत्व सिद्धांत पर आधारित है।
Temperature gradient
ताप प्रवणता: दूरी के सापेक्ष ताप-परिवर्तन की दर।
Terephthalic acid
टेरेफ्थैलिक अम्ल: पैरा-जाइलीन के ऑक्सीकरण द्वारा बनाए गए श्वेत क्रिस्टल या चूर्ण। इसका उपयोग रेजिन, तंतुओं और फिल्म के निर्माण में होता है।