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Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

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अंधे कुएं में ढकेल देना
सत्यानाश कर देना
उस धोखेबाज ने तो मुझे अंधे कुएं में ढकेल दिया।

अंधे कुत्ते की तरह हवा को भूंकना
बिना सोचे-समझे बिना प्रयोजन शोर करना या झगड़ा करना।
किस बात पर बिगड़ती है भाई! यह तो अच्छा नहीं लगता कि अंधे कूकर की तरह हवा को भूंका करे (गोदान-प्रेमचंद, 40)।

अंधे के आगे रोना
नासमझ के सामने कुछ कहना
ऐसी सभा में अपना निबन्ध पढ़ना अंधों के आगे रोना था (प्रेमा.-प्रेमचंद, 131)।

अंधे के हाथ बटेर लगना
किसी अयोग्य व्यक्ति को कोई उपयोगी और महत्त्वपूर्ण चीज मिल जाना, अनायास कुछ मिल जाना।
यद्यपि रचना श्रेष्ठ पन्त जी की थी, मेरी कुछ भी नहीं थी, लेकिन स्कूल में प्रतिभा का अभाव होने से मुझ अंधे के हाथ भी बटेर लग गई थी (अपनी.-उग्र, 99)।

अंधे को अंधा कहना
बुरे को बुरा कहना, जो जैसा है उसे वैसा कह देना।
अंधे को अंधा कह दो तो वह झट बुरा मान जाता है।

अंधे को आंख मिलना, अंधे को दो आंख मिलना
परम लाभ होना।
हरषित हृदय मातु पहिं आए, मनहुं अंध फिर लोचन पाइ (राम. (अ) तुलसी, 440); अंधे का आंखें मिल गयीं। रानी की दादी ने बहनजी को जी भरकर असीसी (अमृत.-नागर, 182)।

अंधे को काजल
अनुपयुक्त एवं व्यर्थ शृंगार
बूचिन्ह खूभी आंघरी काजर नकटी पहरै बेसर (सूर ) ।

अंधे को चिराग दिखाना
अज्ञान में पड़े व्यक्ति को ज्ञान का रास्ता दिखलाना।
मुझ अंधे को चिराग दिखानेवाला कहां छिपा बैठा है ?

अंधे को दिन-रात बराबर होना
काम में न आनेवाली वस्तु का होना या न होना समान होता है।

अंधे को दो आंख मिलना
दे 0 अंधे को आंख मिलना


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