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Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

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अंधकार के गर्त में होना
दे. अंधकार के कुएं में पड़ा होना

अंधकार के बीचोबीच
निराशाजनक स्थिति में।
अंधकार के बीचोबीच खड़ी लक्ष्मीबाई को समझ न आया कि वह पेशवा की बातों को कहां तक माने।

अंधकार छा जाना, अंधकार नज़र आना
चारों ओर प्रतिकूल परिस्थिति ही दिखलाई पड़ना
ऐसी दसा जग छायो अंधेर बिना हित मूरति कौन संभारै (धन . कवित्त-घना ., 181); चारों और अंधेरा नजर आता था (कुल्ली.-निराला, 80)।

अंधकार छा जाना, अंधकार नज़र आना
चक्कर आ जाना
उस धूप और गर्मी में चलते-चलते घाम के मारे उसके तालू चटक गये, अंधकार नज़र आने लगा।

अंधकार नज़र आना
दे. अंधकार छा जाना

अंधकार फैलना
अज्ञान की स्थिति होना
जब चारों ओर अंधकार फैला हुआ हो और रास्ता न सूझ रहा हो तो व्यक्ति हिम्मत कैसे रखे?

अंधकार में चलना
अज्ञान की स्थिति में काम किये जाना।
हम लोग बड़े धकार में चल रहे थे (जैसे . - परसाई, 18)।

अंधकार में बिजली चमकना
निराशा में आशा की झलक मिलना।
इस बेकारी के घोर अंधकार में एकाएक एक दिन बिजली चमकी (दिल.-जी., 75)।

अंधकार में रहना या होना, अंधकार होना
अज्ञान में होना।
अंधेरा भरा यहां पर था, उजाला योरप से आया (मर्म.-हरि औध, 111)।

अंधकार होना
दे. अंधकार में रहना या होना


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