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Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

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चटनी कर डालना, चटनी बनाना
बहुत मारना।
मैं अभी आती हूं। तुम्हारी वह चटनी करूंगी कि याद रखोगी।

चटनी चटाना
मारना-पीटना।
अब चटनी चटाना बस भी करो।

चटनी बनाना
दे. चटनी कर डालना।

चटनी हो जाना
बहुत महीन हो जाना।
लो, दाल एकदुम चटनी कर दी बहू जी।

चटनी हो जाना
समाप्त हो जाना; झटपट खा लिया जाना।
चाट कहाँ बची बेटा, वह तो हाथ का हाथ चटनी हो गयी।

चट-पट
दे. चट से ।

चटपट होना
झगड़ा होना।
कोठरी खोलते हैं, तो यहाँ तो लड़कों में चटपट हो रही है, दोनों गुंथे पड़े हैं (आज़ाद.-प्रेमचन्द, 45)।

चटपट होना
झटपट मर जाना।
बाबू बिन्दा प्रसाद तो उसी दिन एकदम चटपट हो गये।

चटपटा
सुस्वादु भोजन।
उस दिन भोजन खूब चटपटा बना था, सबने चटकारे ले-लेकर खाया।

चटपटा
मनोरंजक।
कोई चटपटा किस्सा सुनाओ कि तबीयत फड़क उठे।


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