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Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

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उँगली पकड़ाना
सहारा देना।
आप मुझे उँगली पकड़ा दीजिए, बाकी का सब मैं सम्हाल लूँगा।

उँगली पर गिनते रात काटना
प्रतीक्षा करते-करते ही रात बीत जाना।
जहाँ जहाँ दाम तहाँ मन धावै। अँगुरी गिनतां रैनि बिहावै (कबीर-ग्रंथा.-कबीर, 169)।

उँगली पसारना
दे. उँगली दिखाना।

उँगली फूटना या फोड़ना
दे. उँगली चटकाना।

उँगली मटकाना
दे. उँगली चमकाना।

उँगली में लहू लगाकर शहीद बनना
बिलकुल नहीं या थोड़ा त्याग करके बड़ा यश लेना।
धूर्त, कायर, रंगा हुआ सियार, राष्ट्रीयता का दम भरता है XX उँगली में लहू लगाकर शहीदों में नाम लिखाना चाहता है (रंग. (2) -प्रेमचंद, 246)।

उँगली रखना
दोष दिखाना।
XX द्विवेदी जी XX अपनी भाषा को भ्रम रहित समझते हैं। उस पर किसी के उँगली रखने की गुंजाइश नहीं देखते (गु. पि.-बा. मु. गु., 503)।

उकटा-पुरान करना, उघटा-पुरान करना
गई-बीती और दबी-दबाई बात की चर्चा करना, कहासुनी करना।
संतो बुआ उस दिन इतना उकटा-पुरान कर गयीं कि कुछ मत पूछो।

उकटा काठ
नीरस व्यक्ति।
उस उकठे काठ को साथ ले चलकर क्या आनन्द आयेगा?

उखटा रूख
बूढ़ा।
इस उखटे रूख से काम पूरा न पड़ेगा। कोई और इंतजाम करो।


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