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Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

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उजली तबियत
रंगीन तबियत ।
देखिए प्रयोग (1)।

उजली प्रकृति
भला व्यक्ति।
रहिमन उजरी प्रकृति को, नहीं नीच को संग, करिया बासन कर गहे, करिखा लागत अंग (रहीम कवि. रहीम, 25)।

उजली समझ
सहज ही बात को समझ लेने वाली बुद्धि या व्यक्ति।
आदमी की उजली समझ हो तो हर काम आसान हो जाता है।

उजाड़ करना या होना
नाश करना या होना।
नील गायों के झुंड ने सारी खेती उजाड़ कर दी।

उजाड़ करना या होना
सूना या श्रीहीन करना या होना।
सूरदास-प्रभु सुख के दाता, गोकुल चले उजारि कै (सू. सा.-सूर, 3505)।

उजाड़-खेड़ा
ऐसी जगह जहा कोई न बसता हो।
उस उजाड़-खेड़े में कौन जाकर रहेगा?

उजाड़ना
बहुत बड़ी क्षति पहुँचाना।
मैं आप लोगों को कष्ट नहीं देना चाहता, आपको उजाडकर अपना घर नहीं बनाना चाहता (रंग. (1) -प्रेमचंद, 226)।

उजाड़ -मुँह, उजाड़-सूरत
मनहूस सूरतवाला।

उजाड़-सूरत
दे. उजाड़-मुँह।

उजान पर देना
भाड़े पर देना।


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