Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh : Bundeli Ka Apaar Paryavachi Shabd Bhandar
पानूं, नीर, वारि, पानूं, पनियां, पानी।
सिलगावौ, बारबौ, जरावौ, लेसबौ, सुलगाबौ।
उलात, उलायते, ब्यारै, सौकारूँ, झट्ट, झट्टई, झट्टफट्ट, तुरंत, तुरतई, फौरन, फटाकट, भड़भड़ी, आनन-फानन, तड़ाक-फड़ाक।
जियन ज्योरिया, जिनगानी, जीवौ, जिन्दगानी, जिन्नगानी, जिन्दगी।
पनइयां, मुड्डा, बूट, पनहीं, उपानह।
तूतूमैमैं, किड़ीकोंको, बतवड़याव, न्यॉव, निआव, झगरा, झांसौ, झंझटयाई, अराझाँसौ।
खुद, खुट्टबौ, खूँटवौ, टोका, टोकबौ, असगुन, खुट्ट करबौ, टोकाटोकी।
डँडोंका, डेंड़पा, लट्ट, लट्टी, घांटा, सोंटा।
डरवौ, ससकवौ, अकबकाबौ, फूँद सरकबौ, मूंतयावौ, पांदफटबौ, ठाँड़े सूकवौ, सपेतपरवौ, धक्क उड़बौ, धक्के छूटकौ, रोंगटे खड़े होबो, साँस फूलबौ।
तागा, तागो, धागा, धागौ, डोर, डोरी, रेसा।