Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh : Bundeli Ka Apaar Paryavachi Shabd Bhandar
पूजवौ, पूजा-रचा, पूजा-पाठ, हवन-पूजन, संध्या, आरती, कीर्तन, ढारापूजी, होम-हवन, ध्यावौ, जाप, जप-तप, भजन-भूजन, इबादत, कथा-कुरान।
पूरी तौर, सबयार, जरभूर सें, पूरीतरां, झरां, इकजाई, चुमाचुम, सवरौ, पट्टाझार, पूरौ, सिगरौ, सबतरां, हरतरां, सफा।
रइया, रइयत, रियाया, जनता, बनता-जरार्दन, पिरजा, परजा, लोग, लोगवाग।
परनाम, पन्नाम, डंडौत, पालागन, पालागों, पालांगू, पांवरवौ, पांवपराई, नमवौ, परवौ, चरणछूवौ, सासटांग, डण्डौत, सीसझुमावौ, मुजरा।
वाटजोवौ, बाट तकवौ, ऐरौ लैबौ, रस्ता देखवौ, इन्तजार, इन्तजारी, तकरए, तकवी, ठेरवी, ठैरेरये, बाट हेरवौ, राह देखवौ, परतीच्छा, बाट जोहबौ, पलक पाँवड़े डारवौ, आँखें बिछावौ, बाट जोही।
ढलाचला, दर्रा, चाल, चलन, सनातनी, परम्परा, रीत, परपाटी, पिरथा, रूढ़ी, चला।
बड़ावाई, तारीफ, बढ़ाई, बड़वारी, बाभा वाहवाही, स्यावासी बड़ाई, कदर।
होबौ, भओ, जनवौ, ब्यावौ, व्यांन, बीवौ, जनमबौ, बीपरवौ, पडबौ, पुजे पुजो।
ऊँ, अनामासी, श्रीगणेश. शुभारंभ, शुरू, लग्गा, सड़बैठाकवौ, विसमिल्ला, सुरुआत।
अच्छौ, भलौ, प्यारौ, मनकौ, रूचकौ, नोनौ, प्राननप्यारौ, भावतौ, भावौ, चहेतौ, चाउत पसंद।