मैदा के तागे-जैसे लच्छे जो धी में तलकर और दूध में पकाकर खाये जाते है।
संज्ञा
स्त्री.
(हिं. सेवईं)
सेमर, सेमल
एक पेड़ जिसके फल में से एक तरह की रूई निकलती है।
संज्ञा
पुं.
(सं. शाल्मलि)
उ.-(क) अंब सुफल छाँड़ि कहा सेमर कौं धाऊँ-१-१६६। (ख) सेमर-ढाकहिं काटि कै बाँधौं तुम बेरौ-९-४२। (ग) सेमर फूल सुरँग अति निरखत मुदित होत खगभूप-१-१०२।
सेमर, सेमल
सेमर या सेमल का सुक, सुआ या सूआ-सेमल के सुंदर फूल में रस और गूदे के लोभ से चोंच मारने, परंतु रुई न निकलने पर पछतानेवाला तोता जो व्यर्थ की आशा लगाने, परंतु अंततः निराश होने और पछतानेवाले व्यक्ति के समान है।