प्राथमिक और सीमित अर्थ में परिभाषित राष्ट्रीय मुद्रा पूर्ति जिसके अंतर्गत सकल मुद्रा और सकल माँग-जमा का योग होता हैं ।
M-2
मुद्रा-2
मुद्रा-1 से कुछ अधिक विस्तृत अर्थ में परिभाषित राष्ट्रीय मुद्रा पूर्ति जिसमें मुद्रा, माँग जमाओं और व्यापारिक बैंकों की मियादी जमाओं का योग होता हैं ।
M-3
मुद्रा-3
मुद्रा-1 या मुद्रा-2 से अधिक विस्तृत अर्थ में परिभाषित राष्ट्रीय मुद्रा पूर्ति जिसके अंतर्गत मुद्रा, माँग जमाओं, व्यापारिक बैंकों की मियादी जमाओं और सब प्रकार की बचत संस्थाओं के पास जमा बचतों का योग होता हैं ।
management
1. प्रबंध
2. प्रबंधक वर्ग
1. पूंजी, संयंत्र, सामग्री और श्रम जैसे संसाधऩों का प्रभावी उपयोग एवं समन्वय ताकि अधिकतम दक्षता के साथ निर्धारित उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सके ।
2. वे व्यक्ति जो किसी संगठन के निर्देशन और संचालन के लिए उत्तरदायी हों ।
management accounting
प्रबंध लेखाकरण
योजना बनाने, नियंत्रण करने और निर्णय लेने हेतु किसी उद्यम के संबंध में आर्थिक सूचना एकत्र और प्रस्तुत करने की प्रणाली को प्रबंध लेखाकरण कहते हैं ।
management audit
प्रबंध लेखापरीक्षा
वह प्रक्रिया जिसके माध्यम से प्रबंध के संपूर्ण निष्पादन का परीक्षण, विश्लेषण और मूल्यांकन किया जाता है । इस प्रकार की लेखापरीक्षा में सामान्यतः इन कार्य क्षेत्रों की जाँच की जाती हैः आर्थिक कार्य, निगम संरचना, उपार्जन पर्याप्तता, शेयर धारियों को सेवा, अनुसंधान और विकास, निदेशालय विश्लेषण वित्तीय नीतियाँ, उत्पादन दक्षता, बिक्री प्राबल्य और कार्यकारियों की दक्षता का मूल्यांकन ।
management by crises
संकटमुखी प्रबंध
प्रबंधन की वह विचारधारा जिसमें यह माना जाता है कि संकट की स्थिति के चरम सीमा पर पहुँचने पर ही संगठन के अंतर्गत सशक्त परिवर्तन संभव हो सकते हैं । दीर्धकाल में यह व्यवस्था संगठन के लिए अनुपयुक्त सिद्ध होती है।
management by exception
अपवादमुखी प्रबंध
एक प्रबंध तकनीक जिसमें सर्वाधिक ध्यान विचलनों पर दिया जाता है । यह मान कर कि यदि योजनाएँ पूर्व निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप हैं तो उन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है । प्रबंधक को विशेष ध्यान योजनाओं तथा वास्तविक प्राप्ति के अंतर पर देना चाहिए ।
management by objectives (MBO)
उद्देश्यमुखी प्रबंध, एमoबीoओo
किसी संगठन अथवा इसके किसी भाग में स्वीकृत लक्ष्यों की स्थापना करना और उनकी प्राप्ति के लिए प्रबंध के विभिन्न स्तरों को प्रोत्साहन देने की व्यवस्था करना लक्ष्याधारित प्रबंध कहलाता है । लक्ष्यों की प्राप्ति के मार्ग में बाधक कारकों का पता लगाया जा सकता हैं ताकि उन पर काबू पाने के लिए कार्यवाही की जा सके । समय-समय पर परिणामों का मूल्यांकन किया जाता है और जहाँ आवश्यक होता है वहाँ नए लक्ष्य निर्धारित किए जाते हैं ।
management consultant
प्रबंध परामर्शदाता
प्रबंध के उद्देश्यों की प्राप्ति तथा उसके कारगर तरीकों के बारे में परामर्श प्रदान करने वाला विशेषज्ञ ।