पैरोल किसी बन्दी को दंडावधि पूरी होने से-पूर्व इस शर्त के साथ रिहा करना कि वह एक निश्चित अवधि तक निहित शर्तों को पूरा करता रहेगा तथा नियमित रूप से या बुलाए जाने पर निर्दिष्ट अधिकारी के समक्ष उपस्थित होगा और पैरोल की अवधि पूरी होने पर स्वयं बंदीगृह लौट आएगा।
Particular international law
विशिष्ट अंतर्राष्ट्रीय क़ानून, विशिष्ट अंतर्राष्ट्रीय विधि राष्ट्रों के आचरण को नियमित करने वाले ऐसे क़ानून जो सामान्य रूप से सभी राज्यों पर लागू न होकर किसी क्षेत्र विशेष अथवा महाद्वीप विशेष के राज्यों के पारस्परिक संबंधों में ही लागू होते हैं।
Partyless democracy
दलविहीन लोकतंत्र वह राजनीतिक व्यवस्था जिसमें राजनीतिक दलों का संगठन वर्जित हो और चुनाव दलगत आधार पर न हो। इस प्रकार के लोकतंत्र के अनेक उदाहरण हैं जैसे, नेपाल में पंचायत व्यवस्था तथा अय्यूब के काल में पाकिस्तान में बुनियादी लोकतंत्र। निर्दलीय लोकतंत्र के समर्थकों में लोकनायक जयप्रकाश नारायण का नाम उल्लेखनीय है जिनका विश्वास था कि आदर्श लोकतंत्र में दलों की कोई आवश्यकता ही नहीं है।
Party politics
दलगत राजनीति, दलपरक राजनीति वर्तमान काल में, राजनीति को शक्ति के लिए संघर्ष कहा गया है और इस निरंतर चलने वाले संघर्ष में मुख्य कारक हैं राजनीतिक दल और उनकी परस्पर विरोधी नीतियाँ और कार्यक्रम जिनके आधार पर वे सत्ता पाने का प्रयास करते हैं और इसके लिए वैध-अवैध, उचित-अनुचित अनेक युक्तियाँ अपनाने में संकोच नहीं करते। इस प्रकार उत्पन्न स्थिति को दलगत राजनीति कहते हैं।
Perestroika
पुनर्निर्माण, पेरेस्त्रोइका (रूसी भाषा का शब्द) किसी राज्य (विशेषकर सोवियत रूस) की आर्थिक एवं राजनीतिक व्यवस्था में इस उद्देश्य से परिवर्तन कि अर्थ-व्यवस्था में उत्पादन, मात्रा और गुण की दृष्टि से अधिक श्रेष्ठ या कुशल हो और राजनीतिक व्यवस्था में जनता की वास्तविक सह-भागीदारी हो।
Persona non grata
अवांछित व्यक्ति, अग्राह्य व्यक्ति यह शब्द मूलतः राजनय का है और उस राजनयिक के लिए प्रयुक्त किया जाता है जो नियुक्ति के समय किन्ही कारणों से, प्रत्यायित राज्य को स्वीकार न हो अथवा कार्यकाल के दौरान स्वीकार्य न रहे। ऐसी दशा में प्रत्यायित राज्य उसे वापस बुलाए जाने की माँग करता है।
Plebiscite
मतसंग्रह किसी प्रदेश में किसी सार्वजनिक हित के प्रश्न पर वहाँ की समस्त जनता की राय जानने के लिए आयोजित किया जनमत-संग्रह। जैसे, नेपाल में सम्राट महेन्द्र ने इस प्रश्न पर जनमत - संग्रह कराया था कि वहाँ निर्दलीय पंचायत राज व्यवस्था बनी रहनी चाहिए या नहीं।
Plural executive
बहुल कार्यपालिका ऐसी कार्यपालिका जिसमें कार्यकारी शक्ति एक से अधिक व्यक्तियों में सामूहिक अथवा संयुक्त रूप से निहित हो। इस प्रकार की कार्यपालिका सिद्धांततः प्रायः साम्यवादी देशों में पाई जाती है। इसके अतिरिक्त स्विट्जरलैंड में भी इसी प्रकार की कार्यपालिका की व्यवस्था है। वहां कार्यकारीणी शक्ति एक व्यक्ति में निहित न होकर सात सदस्यों की एक परिषद् में निहित होती है। इन सदस्यों में से वरीयता के क्रम से प्रत्येक सदस्य बारी-बारी से एक वर्ष के लिए परिषद का अध्यक्ष नियुक्त होता है जो देश का राष्ट्रपति कहलाता है।
Pluralism
बहुलवाद, अनेकवाद राज्य की संप्रभुता को असीम एवं अविभाज्य न मानकर उसे राज्य में विद्यमान विभिन्न समुदायों एवं संगठनों में वितरित मानने वाला सिद्धांत। इस सिद्धांत के अनुसार राज्य भी अन्य समुदायों की भांति एक राजनीतिक समुदाय मात्र है। इसके अतिरिक्त राज्य की संप्रभुता अंतर्राष्ट्रीय विधि के नियमों से भी मर्यादित है। इस सिद्धांत के माननेवालों में लास्की, कोल, सर्विनी, सिजविक आदि हैं। परन्तु यह सिद्धांत बहुत अधिक लोकप्रिय नहीं हुआ, यहाँ तक कि बाद में तो स्वयं लास्की के विचारों में परिवर्तन आ गया था।