विश्व संगठन
ऐसी विश्वव्यापी संस्था या संघ जिसकी सदस्यता सभी राज्यों के लिए खुली हो और जिसाक उद्देश्य सदस्य - राज्यों के सामान् हितों की अभिवृद्धी करन हो, जैसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O) अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (I.L.O.) आदि ।
यह उल्लेखनीय है कि इस प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय संगठन अनपे सदस्य - राज्यों का योगमात्र न होकर एक पृथक स्वतंत्र वैधिक इकाई माने जाते हैं ।
Yalta Agreement
याल्टा समझौता
द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम चरणों मे (फरवरी, 1945 में) क्रीमीया (रूसी गणराज्य) के याल्टा नामक स्थान मे रूज़वेल्ट, चर्चिल और स्तालिन के मध्य युदूधोत्त्र व्यवस्था के संबंध में एक समझौता हुआ जिसकी प्रमुख धाराएँ निम्न थीं. :-
1. जर्मनी का आत्मसमर्पण बिना किसी शर्त के होगा ;
2. जर्मन युद्ध - अपराधियों को दंड देने के लिए शीघ्र ही न्यायिक कार्रवाई की जाएगी
3. जर्मनी से क्षतिपूर्ति ली जाएगी
4. पूर्वी यूरोप के जो राष्ट्र स्वतंत्र हो गए हैं उनमें लोकतांत्रिक चुनाव करवाए जाएँगे
5. पोलैंड व रूस की सीमाएँ ओडर एवं नीसी नदियों तक बढ़ा दी जाएँगो
6. सोवियत संघ यूरोप मे युद्ध समाप्ति के तीन मास के भीतर जापान के विरूद्ध युद्ध में शामिल हो जाएँगा
7. संयुक्त राष्ट्र मे सोवियत संग के अतिरिक्त उसके दो गणराज्यों यूक्रेन और बाइलोरूस को भी सदस्यता दी जाएगी
8. राष्ट्र संघ की अधिदेश पद्धति के स्तान पर एक नई व्यवस्था, जिसे न्यास व्यवस्थआ कहा गया, स्थापित की जाएगी तथा
9. सुरक्षा परिषद् में निषेधाधिकार का प्रयोग प्रक्रियात्मक प्रश्नों पर नहीं होगा ।
Yalta conference
याल्टा सम्मेलन
तीन महाशक्तियों - संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन और सोवियत संघ के शासनाध्यक्षों का यह शिखर सम्मेलन फरवरी, 1945 में सोवियत संघ के नगर याल्टा में हुआ था । इस सम्मेलन में यह निर्णय लिया गाय था कि जम्बार्टन ओक्स प्रस्तावों पर विस्तृत रूप से विचार करने और उन्हें अंतिम रूप देने के उद्देश्य से लगभग 50 राष्ट्रों का एक सामान्य सम्मेलन बुलाया जाए । इस सम्मेलन मे भावी संगठन की सुरक्षा परिषद् में मतदान प्रक्राय संबंधी प्रावधान तय किए गए थे । इस प्रकार चार्टर की वीटो (निषएधाधिकार) संबंधी व्यवस्था याल्टा सम्मेलन मे तीन महाशक्तियों में हुए परस्पर समझौते की देन हैं ।
zone of occupation
अध्यासित क्षेत्र
आधिपत्य अधीन क्षेत्र
शत्रु प्रदेश का वह भाग, संभाग अथवा क्षेत्र जिस पर युद्धकारी राज्य की सेनाओं ने अपना नियंत्रण और प्रभुत्व स्थापित कार लिया हो । यद्यपि इससे उस प्रदेश की संप्रभुता का स्थानांतरण नहीं होता परंतु युद्धकारी उद्देश्यों के लिए यह क्षेत्र आधिपत्यकर्ता युद्धकारी के प्रदेश का भाग माना जाता ह और इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय दायित्व भी उसी का होता है ।
zone of operation
सैनिक संक्रिया क्षेत्र
वह क्षेत्र अथवा स्थान जहाँ परस्पर विरोधी सेनाओं द्वारा युद्ध तथा युद्धात्मक क्रियाकलाप का संचालन किया जाता है । यह क्षेत्र भूमि, समुद्र अथवा आकाश कुछ भी हो सकता है ।