logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-VI)

Please click here to read PDF file Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-VI)

निराक्रंद
जो रक्षा या सहायता न करे।
वि.
[सं.]

निराखर
बिना अक्षर का।
वि.
[सं. निरक्षर]

निराखर
मौन।
वि.
[सं. निरक्षर]

निराखर
अपढ़, अशिक्षित।
वि.
[सं. निरक्षर]

निराट
अकेला, एकमात्र।
वि.
[हिं. निरा]

निरातंक
निर्भय।
वि.
[सं.]

निरातंक
नीरोग।
वि.
[सं.]

निरातपा
रात, रात्रि।
संज्ञा
[सं.]

निरादर
अपमान, बेइज्जती।
उ.-यहै कहत ब्रज कौन उबारै सुरपति किए निरादर-९४९।
संज्ञा
[सं.]

निराधार
आश्रय या आधार-रहित।
वि.
[सं.]


logo