logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-VI)

Please click here to read PDF file Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-VI)

निराकरण
मिटाना, रद करना।
संज्ञा
[सं.]

निराकरण
दोष का शमन या निवारण
संज्ञा
[सं.]

निराकरण
युक्ति या तर्क का खंडन।
संज्ञा
[सं.]

निराकांक्ष, निराकांक्षी
जिसे आकांक्षा न हो।
वि.
[सं.]

निराकांक्षा
इच्छा का अभाव।
संज्ञा
[सं.]

निराकार
ब्रह्म या ईश्वर जो आकार-रहित है।
उ.-आदि निरंजन, निराकार, कोउ हुतौ दूसर- २-३६।
संज्ञा
[सं.]

निराकार
जिसका कोई आकार न हो।
वि.

निराकुल
जो आकुल या घबराया हुआ न हो।
वि.
[सं.]

निराकुल
बहुत आकुल या घबराया हुआ।
वि.
[सं.]

निराकृति
आकृति रहित।
संज्ञा
[सं.]


logo