जब किसी कंपनी की पूंजी संरचना का बड़ा भाग ऋण पत्रों, दीर्घावधि ऋणों अथवा अधिमान्य अंशों के रूप में हो तो इसका प्रति ईक्विटी शेयर की आमदनी पर जो प्रभाव पड़ता है उसे उत्तोलन की प्रक्रिया कहते हैं। जब ऋण पर देय ब्याज की तुलना में आय अधिक हो तो यह अनुकूल होता है और विपरीत अवस्था में प्रतिकूल होता है।
liabilities
देयता, दायित्व
1. (सामान्य) किसी वायदा पूर्ति के लिए बंधा होने की स्थिति अर्थात् ऐसा वायदा जिसे पूरा करना लाजमी है।
2. (लेखाविधि) किसी व्यक्ति, प्रतिष्ठान अथवा कंपनी की अपने लेनदारों और पूर्तिकर्त्ताओं के प्रति देनदारी।
licence
अनुज्ञप्ति, लाइसेंस
1. सरकार अथवा अन्य सक्षम प्राधिकरण द्वारा किसी व्यक्ति, फर्म अथवा प्रतिष्ठान को कोई ऐसा व्यापार, व्यवसाय अथवा उद्योग स्थापित करने के लिए दिया गया अनुमति-पत्र जो किसी क़ानून द्वारा प्रतिबंधित है या जिसका किसी क़ानून से नियमन किया जाता है । यह अनुमति-पत्र अहस्तांतरणीय होता हैं ।
2. पेटेंट के स्वामी द्वारा अपनी वस्तु, प्रक्रिया या डिजाइन आदि को प्रयोग में लाने, बनाने अथवा बेचने के लिए कुछ शर्तों अथवा प्रतिबंधों के साथ किसी अन्य व्यक्ति अथवा फर्म को दिया गया अधिकार ।
life style
जीवन शैली
संपूर्ण समाज अथवा उसके वर्ग विशेष की ऐसी विशेषताएँ जैसे रहन-सहन, खानपान आदि जो उसे अन्य वर्ग से पृथक करती हैं, उसकी जीवन शैली कहलाती हैं।
LIFO
लिफो
देo last in first out.
line and staff organisation
रेखीय निर्णेंता और सलाहकार संगठन
वह संगठन जिसके आकार के बड़े होने के कारण या कार्यों अथवा उद्देश्यों की विषमता के कारण रेखीय निर्णताओं के अतिरिक्त परामर्श देने वाले कर्मचारी भी होते हैं ।
line function
रेखीय निर्णेता कार्य
संगठनात्मक पदस्थितियों में प्राधिकार का वह संबंध जिसमें प्रबंधक अधीनस्थों से अपने आदेश का अनुपालन करवाते हैं और इनकी गतिविधियों के प्रति उत्तरदायी होते हैं । ये संगठन की उन प्रमुख गतिविधियों का प्रबंध करते है जिनके लिए संगठन की स्थापना की गई है ।
line of command
समादेश पथ
संगठन में उन स्तरों का अनुक्रम जिसमें से होकर मुख्य कार्यकारी की हिदायतें नीचे किसी विशेष कार्मिक तक पहुँचती हैं ।
line of credit
साख रेखा
बैंक और ग्राहक के बीच एक अनुबंध जिसके अधीन बैंक उसे निर्धारित राशि तक किसी निश्चित समय के लिए उधार देने को राजी हो जाता है । यदि उस समयावधि में उधार लेने वाले व्यक्ति की वित्तीय स्थिति में परिवर्तन हो जाए या वह अनुबंध में वर्णित उद्देश्य के लिए साख रेखा का उपयोग करने में असफल हो तो बैंक उधार देने से मना कर सकता है । ग्राहक को स्वीकृत सीमा तक आवश्यकतानुसार उधार लेने की स्वतंत्रता होती है और उसे ब्याज उसी राशि पर देना पड़ता है जो उधार ली गई हैं ।
liquid asset
तरल परिसंपत्ति
प्रतिष्ठान के पास मौजूद नक़दी, बैंक-शेष और सरलता से नक़दी में बदली जा सकने योग्य परिसंपत्तियाँ, जैसे, प्रतिभूतियाँ, प्राप्य बिल आदि । इसमें माल का मूल्य शामिल नहीं किया जाता । इस प्रकार, चालू परिसंपत्ति के मूल्य में से माल का मूल्य घटा दें तो प्रतिष्ठान की तरल परिसंपत्तियों का मूल्य निकल आता हैं ।