logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-VI)

Please click here to read PDF file Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-VI)

नियमबद्ध
नियमों से बँधा हुआ।
वि.
[सं.]

नियमित
क्रम,विधान या नियम से बद्ध।
वि.
[सं.]

नियमित
नियम के अनुसार।
वि.
[सं.]

नियमी
नियम का निर्वाह करनेवाला।
वि.
[सं.]

नियर
पास, समीप।
अव्य.
[सं. निकट, प्रा. निअड]

नियराई
निकट पहुँची, पास आई।
उ.- (क) मरन-अवस्था जब नियराई - ४-१२। (ख) प्रगट भई तहँ आइ पूतना, प्रेरित काल-अवधि नियराई - १०-५०।
क्रि. अ.
[सं. नियरआना]

नियराना
निकट, पास या समीप आना-पहुँचना।
क्रि. अ.
[हिं. नियर + आना (प्रत्य.)]

नियरानी
निकट आ गयी, पास पहुँची।
उ.- अब तौ जरा निपट नियरानी, कर्यौ न कछुवै कान - १-५७।
क्रि. अ.
[हिं. नियराना]

नियरान्यो
निकट आ गया।
उ.- मधुबन ते चल्यो तबहिं गोकुल नियरान्यो - २९४९।
क्रि. अ.
[हिं. नियराना]

नियरे, नियरैं
समीप, पास।
उ.- (क) भक्ति पंथ मेरे अति नियरैं जब तब कीरति गाई - १-९३। (ख) भवसागर मैं पैरि न लीन्हौ।¨¨¨। अतिगंभीर, तीर नहिं नियरैं, किहिं बिधि उतर्यौ जात - १-१७५।
अव्य.
[हिं. नियर]


logo