logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Definitional Dictionary of Philosophy (English-Hindi)
A B C D E F G H I J K L M N O P Q R S T U V W X Y Z

Please click here to read PDF file Definitional Dictionary of Philosophy (English-Hindi)

Penance
तपस्या, तप भूतकाल में किए गए पाप-कर्मों के प्रायश्चित के लिए अथवा वर्तमान में नवीन गुणों को अर्जित करने के लिए की गई कष्ट-साध्य क्रिया।

Penitence
परिताप ऐसे व्यक्ति की मानसिक अवस्था सूचक शब्द जो अपनी गलतियों को स्वीकार करता है तथा उनके लिए बहुत दुःखी है और भविष्य में उन्हें न दोहराने के लिए कृतसंकल्प है।

Penology
दंड-विज्ञान, दंडशास्त्र अपराध-शाखा से संबंधित वह विज्ञान जिसमें अपराध की मात्रा व गुण के अनुपात में दंड-विधान किया जाता है।

Per Accidens Predication
आगंतुकगुणी विधेयन किसी पद का उसके आगंतुक गुणों के माध्यम से वर्णन करना। जैसे : मनुष्य दो हाथ वाला प्राणी है।

Perception
प्रत्यक्ष 1. ज्ञान का एक साधन विशेष। 2. वह ज्ञान जो इन्द्रिय और विषय के सम्पर्क से उत्पन्न होता है। 3. इन्द्रिय और विषय के सम्पर्क के बिना भी प्राप्त ज्ञान, जिसे अलौकिक या अतीन्द्रिय प्रत्यक्ष कहते हैं। पाश्चात्य दार्शनिकों में बर्ट्रेन्ड रसल के अनुसार परिचयात्मक या परिचयाश्रित ज्ञान (knowledge by acquaintance) एक प्रकार का प्रत्यक्ष है। तार्किक प्रत्यक्षवादियों ने इन्द्रिय-प्रदत्तों (sense data) के ज्ञान को प्रत्यक्ष माना है।

Perceptive Premise
प्रात्यक्षिक आधारिका प्रत्यक्ष पर आश्रित आधारिका जिससे कोई तार्किक निष्कर्ष निकाला जाए।

Perceptual Intuitionism
प्रत्यक्षपरक-अंतःप्रज्ञावाद नीतिशास्त्र में अंतःप्रज्ञावाद का एक प्रकार जिसके अनुसार मनुष्य का अंतःकरण किसी कर्म-विशेष की नैतिकता अथवा अनैतिकता के विषय में तत्काल निर्णय देने का पर्याप्त प्रमाण प्रस्तुत करता है।

Perfect Figure
पूर्ण आकृति एरिस्टोटेलियन तर्कशास्त्र में, प्रथम आकृति, जिस पर अरस्तू की वह अभ्युक्ति सीधी लागू होती है कि जो बात किसी जाति के बारे में सत्य है वह उसके प्रत्येक व्यक्ति के बारे में सत्य है (`यज्जातिविधेयं तद् व्यक्तिविधेयम्`)।

Perfect Induction
पूर्ण आगमन पारंपरिक पाश्चात्य तर्कशास्त्र में, आगमन का वह प्रकार जिसमें सभी विशिष्ट दृष्टान्तों की परीक्षा करके एक सर्वव्यापी प्रतिज्ञप्ति की स्थापना की जाती है, जैसे किसी पुस्तकालय की 161 नंबर की सभी पुस्तकों की जाँच करने के बाद यह कहना कि अमुक पुस्तकालय में 161 नंबर की सभी पुस्तकें तर्कशास्त्र की है। (यह वास्तव में आगमन नहीं बल्कि एक आगमन-आभास क्रिया है।)

Perfectionism
पूर्णतावाद व्यक्ति या समाज की, अथवा दोनों ही की पूर्णता की प्राप्ति को सर्वोच्च लक्ष्य माननेवाला नैतिक सिद्धांत। प्लेटो, अरस्तू एवं ग्रीन इस सिद्धांत के प्रबल समर्थक हैं।


logo