ध्येय, लक्ष्य
वह जिसे प्राप्त करने के लिए कर्म किया जाता है या कर्म का अभीष्ट।
God Realization
ईश्वर-साक्षात्कार
ईश्वरार्पण बुद्धि से अपने कर्तव्य का पालन करते हुए भक्त के द्वारा ईश्वर की अनुभूति प्राप्त करना।
Good
शुभ, श्रेय
वह कर्म जो नैतिक दृष्टि से मान्य हो, नैतिकता का साध्य हो अथवा नैतिक मूल्य रखता हो।
Good Analogy
सुसाम्यानुमान
1. वह साम्यानुमान जो दृष्टान्तों एवं सामान्य विशेषताओं की अधिकतम संख्या और गुणवत्ता के ऊपर आधारित हो।
2. दो पदार्थों, व्यक्तियों या अवधारणाओं में महत्वपूर्ण समानता।
Gratuitous Hypothesis
अनुपयोगी प्राक्कल्पना
ऐसी प्राक्कल्पना जो जाति पर आधारित न होकर केवल व्यक्तियों (दृष्टान्तों) की संख्या के ऊपर आधारित होती है।
Great Man Theory
महापुरूष सिद्धांत
वह सिद्धांत जो इतिहास को समझने के लिए महापुरूषों को कुंजी मानता है या इतिहास के निर्माण में उनका महत्व मानता है।
Gross Egoistic Hedonism
स्थूल स्वार्थपरक सुखवाद
वह सिद्धांत जो अपने दैहिक सुख को चरम उद्देश्य मानता है और सुखों में गुणात्मक भेद न मानकर केवल परिमाणात्मक भेद को स्वीकार करता है।
Gross Utilitarianism
स्थूल उपयोगितावाद
बेंथम द्वारा प्रतिपादित नैतिक मापदंड का सिद्धांत, जिसके अनुसार कर्म की उपयोगिता, उसके शुभाशुभ का निर्धारक है। इसमें अधिकतम लोगों के अधिकतम (दैहिक) सुख अभीष्ट हैं, तथा सुखों में मात्र परिमाणात्मक भेद होता है।
Grounds Of Induction
आगमन के आधार
कारणता और प्रकृति की एकरूपता के नियम जिन पर आगमन आश्रित है।