उत्पादों की गुणवत्ता आज के उपभोक्ता संरक्षण आंदोलनों के मध्य एक क्रांतीक महत्व का घटक बन गया है । बड़ी-बड़ी फर्में इसके निमित्त कंप्यूटर और स्वचालित प्रणालियों की भी स्थापना करती हैं । ऐसे सभी प्रयास गुणता नियंत्रण में मानव की भूमिका की अपेक्षा करते हैं । इधर कुछ वर्षों से मानव भूमिका पर अत्यधिक जोर दिया जा रहा है और इसी पृष्ठभूमि में गुणता चक्र आंदोलन का जन्म हुआ है । इसकी प्रमुख प्रेरणा यह है कि किसी कारखाने या कारखानों के समूह के कार्यकारी और प्रबंधक एक साथ मिल बैठकर सामूहिक रूप में नए-नए विचारों का संचार करें जो अन्य बातों के साथ उत्पाद और उसकी गुणता से संबंध रखते हों । फर्म के स्तर पर जब ऐसे नए विचारों को स्वीकृत किया जाता है तो पारितोषिकों और प्रोत्साहनों की व्यवस्था भी की जाती है । धीरे-धीरे प्रारंभ होने वाला यह आंदोलन आज उस ऊँचाई पर पहुँच गया है कि अब इसका उद्देश्य केवल उत्पाद की गुणवत्ता में सिमट कर नहीं रह गया है बल्कि जीवन की गुणवत्ता पर जोर डालना भी हो गया ताकि किसी भी गुणता चक्र के सदस्य एक टीम-भावना से अपने जीवन का संचालन करें और उसे कारखाने के वातावरण में भी ले आएँ ।
Quality control
कोटि-नियंत्रण, गुणता-नियंत्रण
पूर्व-निर्धारित मानकों के आधार पर सांख्यिकीय तकनीकों एवं व्यवस्थित नमूना चयन की सहायता से वस्तु की गुणवत्ता को क़ायम रखने के उपाय ।
Quick assets ratio
तत्काल परिसंपत्ति अनुपात
तत्काल परिसंपत्ति या तरल परिसंपत्ति का चालू देयता से अनुपात । तत्काल परिसंपत्ति में उन्हीं संपत्तियों को जोड़ा जाता है जो या तो नक़द रूप में हों या जिनका नक़दी में सरलता से परिवर्तन हो सकता हो । इसे साख निर्धारण अनुपात भी कहा जाता हैं ।
देo current ratio.