बेनाथ के बैल की थूथर पर बांधने की रस्सी या कपड़ा जो बाग का काम दे और उसको काबू में रक्खो। (2) वह लकड़ी जो बैल के मुँह में देकर बांध दी जाय ताकि वह चारे पर मुँह न डाले या कुछ खा न सके।
ढलाकना
बैल या सांड का गुस्से में आवाज करना।
ढाँच
मौरे पर रकबा हुआ गाड़ का ऊपर पूरा हिस्सा।
ढूंढा
बैल जिसके सींग टूटा हो।
ढुलनिया
बैल के गले का गहना जो ढोल के आकार का पीतल का बना होता है और जिसमें घुंघरू लगे रहते हैं।
ढोकर
गाड़ी के ढांच में सबसे आगे लगी हुई वह मोटी चन्द्राकार लकड़ी जिसके बीच में तीन छेद होते हैं और जिनमें होकर धुरे पड़े रहते हैं।