logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-VII)

Please click here to read PDF file Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-VII)

मंगी
माँग (लिया)।
क्रि. स.
[हिं. माँगना]

मंगी
लियौ मँगा-माँग लिया।
प्र.
कहा बिदुर की जाति-बरन है, आइ साग लियौ मँगो-१-२१।

मँगेतर
जिसके साथ मँगनी होकर विवाह-संबंध पक्का हुआ हो।
वि.
[हिं. मैंगनी + एतर]

मँगैया
माँगनेवाला।
वि.
[हिं. माँगना+ऐया]
धन्य दान धनि कान्ह मँगैया धन्य सूर तृन द्रुम बन डारि-११८१।

मंच, मंचक
पीढ़ी, मँचिया।
संज्ञा
[सं.]

मंच, मंचक
ऊँचा बना हुआ मंडल।
संज्ञा
[सं.]

मंचल
मचलनेवाला।
वि.
[हिं. मचलना]
चंचलअधर चरन-कर चंचल मंचल अंचल गहत बकोटनि-१०-१८७।

मंछल
ईर्ष्या, डाह।
संज्ञा
[सं. मत्सर]

मंछल
मच्छड़।
संज्ञा
[हिं. मच्छड]

मंजन
दाँत साफ करने का कोई चूर्ण।
संज्ञा
[सं. मञ्जन]


logo