दही को बिलोने से जब मक्खन निकलना शुरू हो जाता है तो मथानी को ऊपर उठाकर पनीले दही की सतह पर धीरे-धीरे चलाते हैं, उसके बाद हाथ से थपथपाते हैं, इस क्रिया को फुलकना कहते हैं, फुलकते समय सब मकान एक जगह इकट्ठा हो जाता है, मक्खन निकालने के पश्चात बिलोये हुए दही को हाथ से बार- बार फुलकते हैं, इस प्रकार सब मक्खन निकाल लेते हैं।
फूल
मथानी के डंडो में नीचे लगा हुआ फूल के आकार का हिस्सा जिसमें मठा बिलायो जाता है।
फूलजावो
अधिक सरदी के कारण दही कभी-कभी कड़ा पड़ जाता है और मक्खन देर से निकलता है, इसे दही का फूल जाना कहते हैं दही के फूल जाने पर गरम पानी डाल कर ठीक करते हैं।
फेन
दूध दुहते समय उसके ऊपर एकत्र हो जाने वाला महीन बुलबुलों का गठा समूह, दे. झाग।