Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh : Bundeli Ka Apaar Paryavachi Shabd Bhandar
अखल-बखल, जी चुरवौ, अकुलाबो, उकलाबौ, आकुल-व्याकुल, उकताबौ, जी उचटवौ।
घरघूला, घरभूला, घरूला, घरगूलौ।
तिलमिला छूटबौ, इंदयारौ, छाबौ, अंदयारो, उतरबरौ।
चतुराई, हुसयारी, बुधमानी, अकलमंदी, दिमाक दौरबौ, चतुरई, बुद्धमॉनी।
निंगबौ, चलबौ, डगरवौ, पाँव फरारे करवौ, रेंगवौ, पदवौ, निगवौ, सरकबौ, खिसकबौ, रस्ता-नापबौ, चला फिरी।
पुरैटवौ रगेदबौ, खदेड़बौ, पदेड़बौ, पछोटी, पछेटा, रपेटबौ, खरखेटवौ, पाछौ करवौ, हाँकबौ।
कका, ककाजू, कक्का, काका, कक्कू, ताऊ, नन्ना, चच्चा।
कक्को, काकी, कक्की, ताई, चच्ची।
धैलथपरिया, चनकट, तमाचा, रपाटा, रापटौ, तड़ाको, तड़ाका।
मों देखी, हाँ में हाँ, खुशामद, मख्खनबाजी, चिकनी-चुपरी, कैबो, हाँहजूरी, चिकनपट्टी, मिठबोलपनौ, चटकारी, चाटुकी, बढा-चढ़ा कें कैवो।