Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh : Bundeli Ka Apaar Paryavachi Shabd Bhandar
पुमारौ, ढकोसलौ, फट्टे वगरावौ, ढोंग-धतूरौ, दिखावा, छलौ, छल, ढोंग, दिखावा।
डरवावौ, अत्त, अत्याचार, ज्यादती, जादती, दमचौरौ, अनाचार, डर, भय, विभचार।
ऐंनइँ, जास्ती, धचड़कें, धचेड़कें, जीभर कें, मनभर, कत्ती कौ, खूबडखूब, हद्द, हद, अतकारौ।
रावरौ, अपनों, अपुनकौ, तुमाओ, भवदीय, श्रीमानकौ, आपकौ, तुमारौ।
भ्यासबौ, व्यापगई, भांपवौ, अंदाजौ, भासवौ, ताड़बौ, मनबोलो, आत्मा बोलपरी, अटकर परबौ।
उमर, आबर्दा, उम्मर, जिन्दागानी, जिन्नगानी, बय, पन, बैस, बयस, पनौं।
गोफा, गुफयाबौ, जकरबौ, भुजनकसबौ, जकड़बौ, लिपटबौ, चिपटाबो, बाहन-भरबौ, अकवार।
आसरें, भरोसें, बलपै, मत्थें, माथें, भरन भरे, सैपायें, दम पै, सैपै, ठसक, ठसकौ।
मंशा, मनसा, इक्छा, रूच, इच्छाया, रूचि, मनहौबौ, शौक, रूचि, ईहा, चस्का, चस्कौ साकौ।
नाँ-ताँ, नाँय-माँय, इताँय-उताँय, इतै-उतै, आजू-बाजू, हियाँउआँ, अगल-बगल।