1.अवनमन पेशीः शरीर की किसी रचना (जैसे निचले जबड़े) को नीचे की ओर गति देने वाली पेशी।
2. अवनमनी तंत्रिकाः शरीर के किसी अंग की सक्रियता को धीमा या कम कर देने वाली तंत्रिका; जैसे वेगस तंत्रिका की शाखा, हृद अवनमनी तंत्रिका जो हृदय की क्रिया को धीमा कर देती है।
Dermal toxicity
चर्मीय आविषालुता
किसी भी बाह्य पदार्थ का अविच्छिन्न त्वचा के मार्ग से शरीर में घुस जाने के फलस्वरुप होने वाली विषाक्तता। अधिकतर पीड़कनाशी अविच्छिन्न त्वचा के जरिए पूरी तरह या कुछ सीमा तक शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। बहुत से पीड़कनाशी जब तक कुछ विशेष विलायकों में घुले हुए न हों, तब तक जल्दी से अवशोषित नहीं होते लेकिन अनेक पीड़कनाशी ऐसे हैं जो सभी प्रकार के संरुपों में अविच्छिन्न त्वचा से घुस जाते हैं। उदा.- ऑर्गनोफॉस्फेट पीड़कनाशी।
Dermaptera
डर्माप्टेरा (चर्मपंखी गण)
प्ररुपी आदंशी मुखांग वाले लंबे काट जिनकी जीभिका (ligula) द्विपालिक (bilobed) होती है। अग्र पंख बहुत छोटे चर्मिल प्रवार (leathery tegmina) में रुपांतरित होते हैं जिनमें शिराएं नहीं होती। पश्चपंख अर्धधन्वाकार झिल्लीमय होते हैं जिनकी शिराएं अत्यधिक रुपांतरित और अरीयतः (radially) स्थित होती हैं।सामान्यतया अपंखी रुप पाए जाते हैं। गुल्फ त्रिखंडीय, लूम (cerci) असंधित और बहुत दृढ़ीकृत (sclerotize) चिमटियों में रुपांतरित होते हैं। अंडनिक्षेपक (ovipositor) लघुकृत या नहीं भी होता।कायांतरण थोड़ा या बिल्कुल नहीं होता। उदा.-कर्ण कीट (ईयरविग)।
Dermis
चर्म, डर्मिस
कशेरुकियों की द्विस्तरीय त्वचा का भीतरी स्तर, जो मध्यजनस्तर (मेसोडर्म) से उत्पन्न होता है। इस भाग में रुधिर वाहिकाएं, योजी ऊतक और तंत्रिकाओं के सिरे, आदि होते हैं।
Description
वर्णन
एक टैक्सॉन (वर्गक) की विशेषताओं का विवरण।
Determinant
निर्धारक
कोशिकीय बृहत्-अणुओं के वे घटक या भाग जो विशेष प्रतिरक्षात्मक, परिवर्धनीय अथवा आनुवंशिक प्रकार्य करते हैं। प्रतिजन के इस भाग से प्रतिरक्षी अणु आबद्ध होते हैं।
Determinate embryology
निर्धारी भ्रूणविज्ञान
भ्रूणविज्ञान का वह प्रकार, जिसमें प्रत्येक कोशिका का भविष्य पूर्वनिर्धारित होता है।