मार्जन: एक टावर या प्रक्षोभक में जल या रसायन द्वारा द्रव या गैस का शोधन।
Secondary recovery
द्वितीयक प्राप्ति: तैलाशय की स्वतः प्रवाह की क्षमता समाप्त होने पर कृत्रिम रूप से गैस या जल प्रविष्ट कराके पुनः प्रवाह प्राप्त करना।
Seepage
अवस्रवण: सतह पर तेल या गैस का रिसाव।
Seismograph
भूकम्प लेखी: पृथ्वी पर कम्पनों के संसूचन की एक युक्ति। इसका प्रयोग संभाव्य तेलधारी संरचनाओं के पूर्वेक्षण में किया जाता है।
Selective polymerisation
वर्णात्मक बहुलकन: किसी मिश्रण में एक ही प्रकार के अणुओं का बहुलकन। उदाहरणार्थ ब्यूटिलीन के मिश्रण में सल्फ्यूरिक अम्ल की क्रिया से डाइबाइसो-ब्यूटिलीन का उत्पादन।
Selective solvent
वर्णात्मक विलायक: एक विलायक जो किसी विशिष्ट ताप और अनुपात पर किसी मिश्रण के एक घटक को दूसरे घटक की अपेक्षा अधिक घोलता है। इसके फलस्वरूप घटकों का आंशिक पृथक्करण हो जाता है।
Self-service
स्वयं सेवा: एक प्रकार की एल. पी. गैस सेवा जिसमें स्थानीय गैस वितरक से उपभोक्ता स्वयं गैस भरा सिलिंडर लेकर जाता है।
Send out
प्रदत्त: विशिष्ट अवधि में किसी संयंत्र या तंत्र को भेजी गई गैस की मात्रा।
Separator
पृथकित्र: एक उपस्कर जिससे तेल में विलीन या मिश्रित गैस या अपद्रव्यों को तेल से पृथक किया जाता है। विभिन्न प्रक्रमों के अनुसार ये कई प्रकार के हो सकते हैं।
Separator dewaxing
पृथकित्र विमोमन: एक विमोमन प्रक्रम जिसमें ट्राइक्लोरो एथिलीन का विलायक के रूप में प्रयोग किया जाता है। अधिकांश क्लोरीनयुक्त हाइड्रोकार्बनों का विशिष्ट गुरुत्व 1.0 से अधिक होता है। अतः मोम को पृथक करने के लिए अपकेंद्रण का प्रयोग किया जाता है।