वर्ग संप्रत्यय
1. तात्विक, धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक अर्थों में प्रयुक्त।
2. गुण विशेष के आधार पर किया गया वर्गीकरण।
Class-Defining Characteristics
वर्ग-परिभाषक विशेषताएँ
वे सामान्य गुणधर्म जिनके द्वारा किसी वर्ग की परिभाषा दी जाती है।
Classical Morality
प्रतिष्ठित नैतिकता
शास्त्रसम्मत आचार-नीति।
Classification
वर्गीकरण
वस्तुओं को समान विशेषताओं के आधार पर अलग-अलग वर्गों में रखना।
Classification By Definition
पारिभाषाश्रित वर्गीकरण, लक्षणाश्रित वर्गीकरण
वस्तुओं का परिभाषा के आधार पर वर्गीकरण, अर्थात् एक वर्ग की परिभाषा निश्चित करके पहले यह बताना कि उसके सदस्यों के आवश्यक और मूल गुण क्या हैं और तत्पश्चात् उन गुणों वाली वस्तुओं को एक वर्ग में रखना तथा वे जिनमें नही हैं उन्हें एक अलग वर्ग में रखना।
Classification By Series
क्रमिक वर्गीकरण
पारंपरिक तर्कशास्त्र में, किसी समान गुण से युक्त वस्तुओं को उस गुण की अधिक और कम मात्रा के अनुसार एक क्रम में रखना। इस क्रम में सर्वप्रथम वस्तुओं के उस वर्ग को रखा जाता है जिसके अंदर संबंधित गुण सबसे अधिक मात्रा में होता है और सबसे अंत में उसे जिसमें वह अल्पतम मात्रा में होता है। इस प्रकार क्रम अवरोही होता है।
Classification By Type
प्रारूपी वर्गीकरण
ह्यूएल (Whewell) के अनुसार, किसी वर्ग की विशेषताओं को स्पष्टतः और पूर्णतः अभिव्यक्त करने वाले एक व्यष्टि को प्ररूप मानकर उसके साथ न्यूनाधिक सादृश्य के आधार पर व्यष्टियों को एक समूह में व्यवस्थित करना।
Classificatory Concept
वर्गीकरणात्मक संप्रत्यय
वह संप्रत्यय जो वस्तुओं को दो या अधिक वर्गों में व्यवस्थित करने में सहायता करे।
Class Interest
वर्ग हित
समाज दर्शन और राजनीतिक दर्शन में इस शब्द का प्रयोग किया गया है जैसे- मध्य-युगीन काल में धर्मगुरूओं का महत्व बढ़ना।
Class Inclusion
वर्ग-अंतर्भाव, वर्ग-समावेश
एक वर्ग का दूसरे वर्ग में शामिल होना : ऐसा तब होता है जब किसी वर्ग का प्रत्येक सदस्य दूसरे वर्ग का भी सदस्य होता है; जैसे सभी गायें चौपाये पशु हैं।